महिलाओं को हार्ट अटैक क्यों नहीं आता
नमस्कार दोस्तों। क्या आप महिलाओं को हार्ट अटैक क्यों नहीं आता इस विषय पर जानकारी खोज रहे है ? तो आप बिलकुल सही जगह आये है। यह कहना गलत होगा कि महिलाओं को हार्ट अटैक बिलकुल भी नहीं आता। हां, यह सच है कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं में हार्ट अटैक बाद में होता है। आमतौर पर महिलाओं को हार्ट अटैक रजोनिवृत्ति के बाद (after menopause) आता है। लेकिन, इसका मतलब यह नहीं कि महिलाओं को हृदय रोग यानि हार्ट अटैक का खतरा नहीं होता। 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में हृदय रोग मृत्यु का प्रमुख कारण बन जाता है। तो चलिए दोस्तों इस आर्टिकल में जान लेते है की ऐसे कोनसे कारन है जिन वजह से महिलाओं में हार्ट अटैक देर से आता है। साथ ही महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण क्या क्या होते ? कोण से लक्षण सिर्फ महिलाओं में देखे जाते है ? ऐसी जानकारी जो आपके सारे सवालों के जवाब दे देगी। तो इसे पूरा पढ़े।
महिलाओं में हार्ट अटैक देर से आने के कुछ कारण
महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हार्ट अटैक देर से होने के कई कारण हैं। उनमे से कुछ सामान्य कारन हमने यहाँ दिए है। महिलाओं को हार्ट अटैक क्यों नहीं आता
- एस्ट्रोजन: एस्ट्रोजन (Estrogen) महिला सेक्स हार्मोन है जो महिला प्रजनन प्रणाली के विनियमन और विकास के लिए जिम्मेदार होता है।यह हार्मोन अच्छे कोलेस्ट्रॉल (HDL) को बढ़ाता है और खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करता है, जो रक्त वाहिकाओं (blood vessel) को स्वस्थ रखता है। रजोनिवृत्ति से पहले, महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक एस्ट्रोजन होता है।
- रक्तचाप: महिलाओं में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन होते हैं जो रक्त वाहिकाओं को पतला करने और रक्त प्रवाह को आसान बनाने में मदद करते हैं। महिलाओं की रक्त वाहिकाएं पुरुषों की तुलना में थोड़ी छोटी होती हैं, जिससे रक्त अधिक आसानी से बह सकता है। इन वजहों से महिलाओं में रक्तचाप (blood pressure) आमतौर पर पुरुषों की तुलना में कम होता है।
- धूम्रपान: कई अध्यनों में देखा गया है की पुरुषों की तुलना में महिलाएं कम धूम्रपान करती हैं। इसकी वजह से भी महिलाओं में पुरुषों की तुलना में हार्ट अटैक के प्रमाण कम है है।
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण
महिलाओं में दिल का दौरा पुरुषों की तुलना में थोड़ा अलग महसूस हो सकता है। इसके लक्षण भी अलग हो सकते है। कुछ सामान्य लक्षण हमने यहाँ पर दिए है।
- सीने में दर्द, दबाव या भारीपन: यह पुरुषों और महिलाओं दोनों में हार्ट अटैक का सबसे आम लक्षण है।
- सांस लेने में तकलीफ: यह लक्षण महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक देखा जाता है।
- जी मिचलाना या उल्टी: यह लक्षण भी महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक आम है।
- अत्यधिक थकान: यह हार्ट अटैक के लक्षणों में से एक आम लक्षण है जो महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक देखा जाता है।
- जबड़े, गर्दन या पीठ में दर्द, दबाव या जकड़न: यह महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक आम है।
Conclusion: महिलाओं को हार्ट अटैक क्यों नहीं आता
आशा है की यहाँ दी महिलाओं को हार्ट अटैक क्यों नहीं आता (heart attacks symptoms) जैसी जानकारी आपको जानने में मदत करेंगे। इस आर्टिकल को आप अपने दोस्त, रिश्तेदारों को शेयर करके मदत करे। महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण इसकी जानकारी को अपने सोशल मीडिया पर शेयर करना न भूले। अगर आपको लगता है कि आपको दिल का दौरा आ रहा है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता ले। अगर आपको कोई सवाल या शंका है तो हमें कमेंट करके पूछे। धन्यवाद् !